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Sunday, April 9, 2023

आर्थिक तंगी झेल रहे पाकिस्तान में बढ़ी लूटपाट की घटना, 3 महीनों में दर्ज किए गए 21 हजार से अधिक मामले

  


आर्थिक तंगी झेल रहे पाकिस्तान में बढ़ी लूटपाट की घटना, 3 महीनों में दर्ज किए गए 21 हजार से अधिक मामले



पुलिस ने बताया कि राजधानी में लूट की अलग-अलग घटनाओं में अपराधियों ने दो लोगों को गोली मार कर घायल कर दिया। इस्लामाबाद के गृह मंत्री अब्दुल रहमान कांजू ने स्वीकार किया कि इस्लामाबाद में सड़कों पर अपराध की दर में वृद्धि हुई है।
 पाकिस्तान तमाम मुसीबतों से घिरा हुआ है। वहीं, आर्थिक तंगी झेल रहे देश के कराची, लाहौर और इस्लामाबाद में स्ट्रीट क्राइम में वृद्धि हुई है। बढ़ती असमानता, गरीबी और बेरोजगारी के मुद्दों से उपजी स्ट्रीट क्राइम में वृद्धि पाकिस्तान में एक बहुत बड़ी ,समस्या बन गया।

स्ट्रीट क्राइम का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा

पाकिस्तान में कुछ गिरोह ऐसे हैं, जो बेखौफ होते जा रहे हैं। देश का सबसे बड़ा शहरी केंद्र, जहां कुछ आंकड़े दावा करते हैं कि स्ट्रीट क्राइम की दर कुछ साल पहले अपने चरम से नीचे आ गई है। वहीं बिजनेस ब्रेकॉर्डर के अनुसार, कराची में सड़क पर होने वाले अपराधों में खतरनाक वृद्धि देखी गई है। अधिक चिंताजनक बात यह है कि विरोध करने पर लुटेरों द्वारा लोगों को गोली मार दी जाती है।
21,000 से अधिक मामले किए गए दर्ज

वर्ष 2023 के पहले तीन महीनों के दौरान, 21,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए। हालांकि रिपोर्ट न किए गए मामलों की संख्या बहुत अधिक होनी चाहिए। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार , रावलपिंडी में भी, स्ट्रीट क्राइम के मामले बहुत अधिक हैं। पुलिस ने 89 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 29 लोगों ने अपनी मोटरसाइकिलें, 42 मोबाइल फोन और 3.5 मिलियन रुपये से अधिक के सोने के आभूषण खो दिए।
वहीं, रेस कोर्स में चोरी की ऐसी ही घटनाएं हुईं, जहां निवासी से 725,000 रुपये मूल्य के सोने के आभूषण और 200,000 रुपये नकद लूट लिए गए और ख्याबन-ए-सर सैयद में लुटेरों ने 200,000 रुपये और एक मोबाइल फोन लूट लिया।
राजधानी इस्लामाबाद भी सुरक्षित नहीं

डॉन की खबर के मुताबिक, राजधानी इस्लामाबाद भी सुरक्षित नहीं है। पुलिस ने बताया कि राजधानी में लूट की अलग-अलग घटनाओं में अपराधियों ने दो लोगों को गोली मार कर घायल कर दिया। इस्लामाबाद के गृह मंत्री अब्दुल रहमान कांजू ने स्वीकार किया कि इस्लामाबाद में सड़कों पर अपराध की दर में वृद्धि हुई है।

हालांकि, उन्होंने दावा किया कि 3,000 से 3,500 मामलों में से अधिकांश शादी के मुद्दों पर लड़कियों के माता-पिता द्वारा दर्ज किए गए थे। डॉन के अनुसार, उन्होंने कहा कि इन लड़कियों में से 90 प्रतिशत मामलों का निपटारा अदालतों द्वारा किया गया था, जब ये लड़कियां अदालतों के सामने पेश हुईं और कहा कि उन्होंने अपनी मर्जी से शादी की है।

पिछले साल, लुटेरों ने 100 लोगों को मार डाला था और 4,000 से अधिक को घायल कर दिया था। पिछले सोमवार को भी एक ही दिन में जो कुछ हुआ, वह देश की राजधानी में सड़क अपराध के बढ़ते खतरे की भयावह कहानी है।

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