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Wednesday, July 26, 2023

लॉकडाउन वाले प्यार का अंत, पति ने की अपनी पत्नी समेत सास-ससुर की हत्या; गोद में बच्चा लेकर पहुंचा थाने

 लॉकडाउन वाले प्यार का अंत, पति ने की अपनी पत्नी समेत सास-ससुर की हत्या; गोद में बच्चा लेकर पहुंचा थाने


असम के गोलाघाट जिले में एक ट्रिपल मर्डर केस (Assam triple murder Case)सामने आया है। 25 वर्षीय नाजीबुर रहमान बोरा ने सोमवार को अपनी पत्नी 24 वर्षीय संघमित्रा घोष और उसके माता-पिता की हत्या कर दी। संघमित्रा और उसके माता-पिता के शव खून से लथपथ जमीन पर पड़े हुए थे। पुलिस ने कहा कि फोरेंसिक टीमों को भी बुलाया गया है और आगे की जांच जारी है।


लॉकडाउन वाले प्यार का अंत, पति ने की अपनी पत्नी समेत सास-ससुर की हत्या; गोद में बच्चा लेकर पहुंचा थाने
असम के गोलाघाट जिले में एक ट्रिपल मर्डर का खुलासा हुआ है। 25 साल के नाजीबुर रहमान बोरा ने अपनी पत्नी और उसके माता-पिता की हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपने नौ महीने के बच्चे को गोद में लेकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। बता दें, दोनों की दोस्ती कोरोना लॉकडाउन के दौरान एक सोशल मीडिया के जरिए हुई थी।

पुलिस के अनुसार, मैकेनिकल इंजीनियर नाजीबुर और संघमित्रा की दोस्ती कुछ ही महीनों में प्यार में बदल गई और उसी साल अक्टूबर में दोनों भागकर कोलकाता चले गए। संघमित्रा के माता-पिता उसे वापस घर ले आए, लेकिन उसने पहले ही कोलकाता की अदालत में नाजीबुर से शादी कर ली थी।

दंपत्ति को हुआ बेटा, चेन्नई भागे

अगले साल, संघमित्रा के माता-पिता संजीव घोष और जुनु घोष ने उस पर चोरी का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। संघमित्रा को गिरफ्तार कर लिया गया और एक महीने से अधिक समय तक न्यायिक हिरासत में रखा गया। जमानत मिलने के बाद वह अपने माता-पिता के घर लौट आई। जनवरी 2022 में, संघमित्रा और नाजीबुर फिर से भाग कर चेन्नई चले गए, जहां वे पांच महीने तक रहे। जब दंपति अगस्त में गोलाघाट लौटी, तो संघमित्रा गर्भवती थीं। दंपत्ति को पिछले साल नवंबर में उनका एक बेटा हुआ।
चार महीने बाद पति का छोड़ा घर

चार महीने बाद, इस साल मार्च में, संघमित्रा ने अपने नवजात बेटे के साथ नाजीबुर का घर छोड़ दिया और अपने माता-पिता के घर चली गई। उसने नाजीबुर पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। नाजीबुर पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 28 दिनों के बाद वह जमानत पर रिहा हुआ। जेल से बाहर आने के बाद नाजीबुर अपने बच्चे से मिलना चाहता था, लेकिन संघमित्रा के परिवार ने उसे मिलने नहीं दिया।
बेटे से नहीं मिलने दिया जा रहा था, गुस्से में की हत्या

दरअसल, 29 अप्रैल को नाजीबुर के भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें संघमित्रा और उसके परिवार के सदस्यों पर नजीबुर पर हमला करने का आरोप लगाया था। दोनों पक्षों के बीच मामला चरम पर पहुंच गया और नाजीबुर ने अपनी पत्नी संघमित्रा और उसके माता-पिता की हत्या कर दी। इसके बाद वह अपने नौ महीने के बच्चे को लेकर पुलिस थाने पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया।

घोष के घर पर, संघमित्रा और उसके माता-पिता के शव खून से लथपथ पड़े हुए थे। असम पुलिस प्रमुख जीपी सिंह ने ट्वीट किया कि आरोपी के खिलाफ हत्या और घर में अतिक्रमण का मामला दर्ज किया गया है।' इस जघन्य हत्याकांड की जांच के लिए राज्य सीआईडी टीम को लगाया गया है। पुलिस ने कहा कि फोरेंसिक टीमों को भी बुलाया गया है और आगे की जांच जारी है।

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