ट्रम्प ने की चुनाव धोखाधड़ी मामले में न्यायाधीश को हटाने की मांग, जानें क्या है मामला
Election fraud case संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उनके सामने 2020 के चुनाव धोखाधड़ी मामले में निष्पक्ष सुनवाई होने का कोई रास्ता नहीं है और मामले को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार संघीय मामले की निगरानी के लिए एक अलग स्थान और एक अलग न्यायाधीश की उन्होंने मांग की।
संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ अपनी 2020 की चुनावी हार को पटलने की साजिश रचने के मामले में वाशिंगटन डीसी अदालत में सुनवाई चल रही है। डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया कि उनके सामने 2020 के चुनाव धोखाधड़ी मामले में निष्पक्ष सुनवाई होने का "कोई रास्ता नहीं" है और मामले को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, संघीय मामले की निगरानी के लिए एक अलग स्थान और एक अलग न्यायाधीश की उन्होंने मांग की।
ट्रम्प ने रविवार को ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया, "किसी भी तरह से मैं वॉशिंगटन डी.सी. में निष्पक्ष सुनवाई या निष्पक्ष सुनवाई के करीब भी नहीं पहुंच सकता।"
उन्होंने बाइडन प्रशासन की आलोचना करते हुए दावा किया कि वाशिंगटन डीसी शहर में हत्याओं ने "सभी रिकॉर्ड" तोड़ दिए हैं और देश में आने वाले सभी पर्यटक भाग रहे हैं।
अमेरिका को फिर से महान बनाना है- ट्रम्प
ट्रंप ने आगे कहा कि उनके खिलाफ मामला सालों पहले लाया जा सकता था, लेकिन इसे चुनाव अभियान के ठीक बीच में लाया गया है।
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “मुझे आशा है कि आप अमेरिका को देख रहे हैं। हमारा देश नष्ट हो रहा है। अमेरिका को फिर से महान बनाना है!।"
6 जनवरी को अमेरिका में क्या हुआ था?
दरअसल, 6 जनवरी 2021 को अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक घुस गए थे और जमकर उत्पात मचाया था। इस हिंसा के पीछे ट्रंप का हाथ बताया गया था। हिंसा में पांच लोग मारे गए थे जबकि सौ से अधिक घायल हुए थे। ट्रंप पर प्रतिनिधि सभा द्वारा अभूतपूर्व विद्रोह को उकसाने का आरोप लगाया गया था जो उनके महाभियोग का कारण बना। ट्रंप के ऊपर यह भी आरोप था कि वह समर्थकों के जरिए चुनावी हार को पलटना चाहते थे।
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