गाजा में युद्धविराम लागू होने के बाद इजरायल ने कहा- भारत का आभार; भारतीयों की तारीफ करता हूं
युद्धविराम और बंधक रिहाई समझौते के बाद गाजा पट्टी में रविवार को 15 महीने से ज्यादा दिनों से चल रही लड़ाई रुक गई। समझौता लागू होने में करीब तीन घंटे की देरी इसलिए हुई क्योंकि हमास ने उन तीन महिलाओं के नामों की सूची देने में विलंब किया जिन्हें रविवार को रिहा किया गया है। बड़ी संख्या में फलस्तीनी अपने घरों में लौटने लगे हैं।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू। ( फोटो- रॉयटर्स )
गाजा में युद्धविराम लागू होने के बाद इजराइली राजदूत रूवेन अजार ने आत्मरक्षा के अपने देश के 'अधिकार' का समर्थन करने के लिए रविवार को नई दिल्ली का आभार जताया।
इजरायली दूतावास द्वारा जारी वीडियो में अजार ने कहा, मैं आत्मरक्षा के हमारे अधिकार का समर्थन करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम भारतीय लोगों के समर्थन की विशेष रूप से सराहना करते हैं।
भारत ने की थी संघर्ष विराम की अपीलसात अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजरायली शहरों पर किए गए हमले के जवाब में इजरायल ने गाजा पर सैन्य हमले शुरू किए थे। हमास के हमले की कड़ी निंदा करते हुए भारत लगातार संघर्ष विराम का आह्वान करता रहा है। भारत ने गाजा युद्धविराम समझौते का स्वागत किया है।
तीन बंधक रिहायुद्धविराम के बाद हमास ने तीन इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है। तीनों इजरायली महिलाएं रेड क्रॉस के वाहन से इजरायल पहुंचीं। भारी भीड़ ने उनका स्वागत किया। रिहा की महिलाओं की पहचान रोमी गोनेन (24) एमिली दमारी (28) और डोरोन स्टीनब्रेचर (31) के रूप में हुई है।
गोनेन को नोवा संगीत समारोह से अगवा किया गया था। वहीं दो अन्य को किबुत्ज कफर अजा से अपह्रत किया गया था। दमारी के पास इजराइली और ब्रिटेन की दोहरी नागरिकता है। वहीं स्टीनब्रेचर के पास इजराइली और रोमानियाई नागरिकता है। इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि पूरा देश आपको गले लगाता है।
फलस्तीनियों ने मनाया जश्नअब उम्मीद जताई जा रही है कि बाकी बंधकों को भी जल्द रिहा कर दिया जाएगा। युद्ध विराम लागू होने से पहले गाजा में लोगों ने जश्न मनाया और बड़ी संख्या में फलस्तीनी अपने घरों में लौटने लगे हैं। रविवार को 90 फलस्तीनी कैदियों की रिहाई भी की गई।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायली गोलीबारी में 26 लोगों की जान गई है। लोगों को चेतावनी दी गई है कि वे गाजा के अंदर बफर जोन में वापस जाते समय इजरायली सेना से दूर रहें।
इस बीच इजरायल सेना ने दावा किया है कि उसने गाजा में एक विशेष अभियान में 2014 के इजरायल-हमास युद्ध में मारे गए सैनिक ओरोन शॉल का शव बरामद किया है।
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