रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 17 साल बाद चेपॉक में अपना पहला मैच जीता। रजत पाटीदार की अगुआई में आरसीबी ने चेन्नई सुपर किंग्स को उसी के घर में 50 रन से मात दी। साल 2008 के बाद सीएसके पहली बार आरसीबी के खिलाफ अपने घर में हारी है। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में आखिरी बार आरसीबी जीती थी। चेन्नई को घर सबसे बड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा।

आरसीबी ने 2008 के बाद पहली बार चेपॉक के किले को भेदा। वास्तव में उन्होंने आज किले को न केवल भेदा, बल्कि ध्वस्त भी किया। उनका दबदबा ऐसा ही था। घरेलू मैदान पर सीएसके की यह सबसे बड़ी हार रही। रजत पाटीदार आरसीबी के नए सरदार बन गए हैं। ऐतिहासिक जीत पर रजत पाटीदार ने टीम के प्रदर्शन की तारीफ की।
चेपॉक में आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 196 रन का स्कोर बनाया। इसमें कप्तान रजत पाटीदार ने अहम भूमिका निभाई और बेखौफ अंदाज में बल्लेबाजी की। पाटीदार ने 32 गेंद पर 51 रन की पारी खेली। उनको इस पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। मैच के बाद रजत पाटीदार ने अपनी पारी पर बात करते हुए कहा कि वह जब तक मैदान पर रहेंगे, हर गेंद पर रन बनाने की कोशिश करते रहेंगे।
'चेपॉक में खेलना हमेशा खास'
रजत ने कहा, इस सतह पर यह एक अच्छा स्कोर था। गेंद थोड़ी रुक रही थी और बल्लेबाजों के लिए यह आसान नहीं था। फैंस की वजह से चेन्नई के खिलाफ चेपॉक में खेलना हमेशा खास होता है। केवल CSK ही नहीं बल्कि हर टीम के लिए अपने घरेलू मैदान पर खेलना अच्छा होता है। हम 200 के आसपास का लक्ष्य बना रहे थे क्योंकि, हम जानते थे कि इसे हासिल करना आसान नहीं है।
'मैं मैदान पर हूं'
पाटीदार ने आगे कहा, मेरा लक्ष्य स्पष्ट था कि जब तक मैं मैदान पर हूं, मैं हर गेंद पर कोशिश करता रहूंगा। हमने बल्लेबाजी लाइन-अप में कोई बदलाव नहीं किया है, यह पिछले मैच से ही ऐसा ही था। यह ट्रैक स्पिनरों के लिए काफी मददगार था। हम शुरुआत में स्पिनरों का इस्तेमाल करना चाहते थे और लिविंगस्टन ने जिस तरह से गेंदबाजी की वह बेहतरीन थी। हेजलवुड ने की दो विकेट खेल बदलने वाला पल था, क्योंकि मुझे लगता है कि हमने पावरप्ले में 2-3 विकेट लिए।
पूरे मैच में हावी रही आरसीबीगौरतलब हो कि चेन्नई सुपर किंग्स पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु पूरी तरह से हावी रही और एक बड़ी जीत हासिल कर ली। इस जीत से बेंगलुरु की टीम के हौसले बुलंद होंगे और अब देखना होगा कि चेन्नई अपनी रणनीति में क्या बदलाव लाती है। क्योंकि, चेन्नई की बल्लेबाजी आज एक बार फिर एक्सपोज हुई है। बहरहाल, फिलहाल यह समय बेंगलुरु और उनके फैंस के जश्न मनाने का है।
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